Details, Fiction and hindi kahani short
Details, Fiction and hindi kahani short
Blog Article
हिंदी कहानी सुनाओ
भले ही शेरनी इतनी बड़ी और शक्तिशाली थी, और चूहा इतना छोटा, विनम्र पर साहसी था, चूहे ने दयाभाव दिखाते हुए शेरनी का जीवन बचाया।
घने और लम्बे बाल भुजाओं पर बिखर गये.उस नवयुवक की पत्नी बोली- स्वामी ये आपकी बेटी हैं, आपके चले जाने के बाद दुनिया की नजरो से बचाने के लिए मैंने इसका एक बेटे की तरह पालन-पोषण किया.
जब तक आप नियमित और दृढ़ हैं, आप हमेशा जीतेंगे, चाहे आपकी गति कुछ भी हो। आलस्य और घमंड हमारा सबसे बड़ा शत्रु है, इससे दूर रहा चाहिए।
दूसरी तरफ दानवों ने शर्त का पालन किया, लड्डू उछालते रहे, उन्हें पाने के लिए लपकते रहे, न खुद खाए न दूसरों को खाने दिए. लड्डू तो बिगड़े ही, पेट भी न भरा.
एक विद्यार्थी ने उठकर उस रेखा उस रेखा के पास लम्बी रेखा खीच दी, जिससे पहली रेखा छोटी हो गईं.
मंत्री ने सभी को हल कर दिया. राजा ने यह सोचकर कि इस राजा को हराना कठिन हैं अपनी सेनाएं हटा ली.
यहकहकर खरगोश भासुरक को उसी कुए के पास ले गया, जहाँ झुककर उसने अपनी परछाई देखि.
तब वह कुरज उन बच्चों के चुग्गे की खोज में उड़ी. उड़ते-उड़ते उन्हें तोते के पंख जैसा हरा खेत नजर आया.
इसी उद्देश्य से उन्होंने द्वारपालों को बिना उनके आने की सूचना दिए सीधे अपनी पत्नी के सामने जाकर हाजिर हुआ,
सोने की बात सुनकर उस पीले खेत के मालिक की आँखे चौधिया सी गयी.
वहां उसने एक बेल पर अंगूर लगे देखे तो लोमड़ी के मुह पानी आ गया.
एक महात्मा जी कही जा रहे थे. मार्ग में उन्होंने एक स्थान पर दो व्यक्तियों को ऊँची आवाज में बोलते हुए सुना. दोनों ही हाथों में लठ लिए हुए एक दूसरे के प्राण लेने को तैयार दिखाई दे रहे थे.
तो, ये कुछ बेहतरीन कहानियां हैं, जिन्हें आप और आपका बच्चा दोनों सराहेंगे। हालांकि, यह मत भूलिए कि हम सब एक अंदर ढेरों कहानियां छुपी हैं – ऐसी कहानियां जो न केवल बच्चों को प्रेरित कर सकती है और उन्हें मूल्यवान सबक सिखा सकती है, बल्कि उन्हें कल्पना और सपने देखने के लिए प्रोत्साहित भी कर सकती है। आप अपने बच्चे को उसकी कल्पनाशीलता और शब्दों को विकसित करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। यहाँ पर एक एक्टिविटी बॉक्स जो बच्चों की रचनात्मक सोच को बढ़ावा दे सकता है व साथ ही इसमें सुपर–आकर्षक और मजेदार चीजें भी हैं। हो सकता है, आपका बच्चा भविष्य में अपनी खुद की कहानियों के साथ तैयार हो!
लेकिन उनमें से एक छात्र रामास्वामी, जो गुरुकुल का सबसे होनहार छात्र था, चुपचाप एक वृक्ष के नीचे बैठा कुछ सोच रहा था.